शनिवार, 23 फ़रवरी 2008

मेरा पहला पोस्ट

मैं डॉ. अपूर्व पौराणिक, आपसे मुखातिब हूँ....

4 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

चिट्ठा जगत् में आपका स्वागत है.

Anita kumar ने कहा…

डाक्टर साहब आप का यहां स्वागत है, ऐसी जानकारी की बहुत जरूरत है। मैं एक टीचर हूँ और अक्सर कोई न कोई छात्रा को दौरा पड़ते देखती हूँ और वो सब गलतियां करती हूँ जो आप ने मना की हैं । अब ध्यान रहेगा कि ऐसा कुछ नहीं करना है। पर एक बात बताइए ऐसा क्युं है कि इतने सालों में मैने किसी लड़के को इसका शिकार होते नहीं देखा सिर्फ़ लड़कियों को ही मिर्गी के दौरे पड़ते देखे हैं।

Surakh ने कहा…

डॉ. अपूर्व पौराणिक जी आपका स्वागत है। वाकई हिन्दी जगत को ऐसे लेख की सख्त आवस्यकता थी।
आशा है आप नियमित लिखते रहेंगें।

Omraviur ने कहा…

डॉ.अपूर्व पौराणिक जी मै रवि सिंह मेरे भाई को भी ऐसे ही दौरे आते है उसके बायें हांथ से ऐंठन सुरू होती है और पूरा सरीर ऐंठ जाता है उसके बाद वो बेहोस हो जाता है और लगभग दो मिनट ऐसे होता है ये दौरा क़रीबन 10साल से आ रहा है हमने उसे इलाहाबाद के डॉ. एस पी एस चौहान को दिखाया तो उन्होंने सिटी स्कैन की रिपोर्ट को देख कर बोला इनके ब्रेन में गांठ है तो उन्होंने कुछ दवाइयां लिखीं जो की 5साल के कोर्स के बाद गांठ बिल्कुल गल चुकी है लेकिन दौरे फिर भी आ रहे है तो आप बता सकते हैं की क्या परेसानी है और उसके लिए क्या करना होगा